HINDI STORY FOR DUMMIES

Hindi Story for Dummies

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हर दिन, सुंदर गुलाब कैक्टस का अपमान करता था और उसके लुक्स पर उसका मजाक उड़ाता था, जबकि कैक्टस चुप रहता था। आस-पास के अन्य सभी पौधों ने गुलाब को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह भी अपने ही रूप से प्रभावित थी।

एक बार ट्रंक भर जाने के बाद, तेनाली राम और उनकी पत्नी ने ट्रंक को खींचकर कुएँ में गिरा दिया।”यह यहाँ सुरक्षित रहेगा!” उसने अपनी पत्नी को जोर से कहा।

वे सभी बहुत दुखी हुए और उन्होंने राम से मदद मांगने का फैसला किया। उनकी बातें सुनकर राम ने एक इच्छा माँगना चाहा, वहीं राम ने अपनी ये इच्छा माँगी कि सब कुछ पहले जैसा हो जाए। इससे पहले जो सभी गाँव वालों ने अपने लालच को पूरा करने की कोशिश की थी उनकी सभी चीजें ग़ायब हो गयी। यानी की उनके द्वारा माँगी गयी महल और सोना गायब हो गया और गाँव वाले एक बार फिर खुश और संतुष्ट हो गए। अंत में सभी ने राम को उसकी सूझ बुझ के लिए धन्यवाद कहा।

जल्द ही, वो सभी गौरैयों ने खाने के लिए नीचे उड़ गए और फिर पेट भरकर भोजन किया। जैसे ही वो सभी उड़ने के लिए ऊपर उठे, उन्होंने महसूस किया कि यह एक जाल था। उनके पैर एक शिकारी द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गए थे।

यह कहानी हमें सिखाती है कि गुरुर और अड़ियलपन हमें हमेशा नुकसान ही पहुंचा सकता है। हमें विनम्र और समझदार होना चाहिए।

अगले दिन मगरमच्छ अपने दोस्त के पास चला गया। उसने बंदर को बताया कि उसकी पत्नी ने बंदर को खाने पर घर बुलाया है क्यूँकि वो बंदर द्वारा दिए गए जामुन से काफ़ी ज़्यादा खुश हुई है। 

जॉन ने वैसा ही किया जैसा उसे बताया गया था। उसके पिता ने फिर तीनों कटोरे उबाले।

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में जेरी नाम का एक छोटा चूहा रहता था। जेरी भले ही दिखने में छोटा था, लेकिन उसका दिल बड़ा था और वो काफ़ी ज़्यादा बहादुर भी था। here अपने आकार के बावजूद, उसने हमेशा एक साहसिक कार्य पर जाने और अन्य जानवरों को साबित करने का सपना देखा करता था।

इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की दयालुता का हमेशा प्रोत्साहना मिलती है।

उसकी बात सुनकर, गीदड़ ने कहा “तुम्हें तब तक इंतजार करना चाहिए था जब तक हम गाने के लिए बगीचे से बाहर नहीं आ गए!

एक दिन की बात है वो एक पेड़ काट रहा था, तभी हुआ ये की गलती से उसकी कुल्हाड़ी पास की एक नदी में गिर गई। नदी बहुत ज्यादा गहरी थी और वास्तव में तेजी से बह रही थी- उसने बहुत प्रयत्न किया अपने कुल्हाड़ी को खोजने की लेकिन उसे वो वहां नहीं मिली। अब उसे लगा की उसने कुल्हाड़ी खो दी है, वहीँ दुखी होकर वो नदी के किनारे बैठकर रोने लगा।

लेकिन एक बात ज़रूर थी की, वह अपनी बेटी को किसी भी चीज से ज्यादा प्यार करता था। एक दिन उसे एक परी दिखाई दी। जब वो उसके पास आया तो उसने देखा की, पेड़ की कुछ शाखाओं में परी के बाल फंस गए थे। 

इस सवाल पर पड़ोसी ने जवाब दिया, “बीरबल जी, मैंने किसान को कुआँ तो बेचा था, लेकिन उसमें जो पानी है वो नहीं। उसे कुएँ से पानी निकालने का कोई अधिकार नहीं है।” अब बीरबल ने कुछ समय लिया इस परिस्तिथि का हल खोजने के लिए। 

“यहाँ वास्तव में एक भेड़िया था! झुंड चला गया!

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